#WorldWar3 Creator Vs Destroyers
शिमला में पानी की ऐसी किल्लत आ पड़ी है कि वहाँ के नागरिक पर्यटकों से हाथ जोड़ कर निवेदन कर रहे हैं कि वो उनके शिमला में ना आयें। व्यापक स्तर पर उनकी यह मांग जायज़ लगती है। जब घर की तिजोरी ही खाली होगी तो फिर मेहमाननवाज़ी कैसे होगी? मगर शिमला का एक बड़ा हिस्सा अपनी रोजी रोटी पर्यटन के दम पर चलाता है। वें ऐसे में क्या करेंगे?
बात वहीं है जो प्रकृति हमसे कहना चाहती है, कि वो लेगी, कहकर लेगी।
भौतिकवाद के चश्मे को हटाकर सच्चाई को देखिए। हिल जाइयेगा।
अपना सर जो हम शुतुरमुर्ग की तरह अपने कम्फर्ट जोन में गड़ाए बैठे हैं, हमें बाहर निकलने की जरूरत है।
#अमनकौशिक
Photo: THE INDIAN EXPRESS
Comments
Post a Comment